26 Feb 2024 Daily Current affairs
Daily Current Affairs के इस Section में हमारे द्वारा आपके लिए IE , The Hindu , Down To Earth , Times News , BBC News के अलावा अन्य महत्वपूर्ण Websites जैसे Air India Radio , AAKASHVANI , PIB News , Business standard , Mint जैसे प्रमुख अखबारों का विश्लेषण करते हैं |
Women Of The Year 2024
हाल ही में टाइम मैग्जीन द्वारा Women Of The Year 2024 की घोषणा की गई हैं जिसमे भारतीय मूल की लीना नायर ने जगह बनाई हैं , लीना नायर के अलावा विश्व की कुल 12 महिलाओं को टाइम मैगजीन ने यूपी सूची में जगह प्रदान की हैं ।
प्रमुख बिंदु
- टाइम मैगजीन द्वारा प्रति वर्ष इस सूची को प्रकाशित किया जाता हैं जिसमे उन महिलाओं को स्थान दिया जाता हैं जिनके प्रयासों से अथवा उपलब्धियों से समाज में सकारात्मक बदलाव देखें जाने को मिलता हैं
- इस सूची में शामिल एक मात्र भारतीय मूल की महिला लीना नायर वैश्विक ब्रांड शैनेल की CEO हैं
अभ्यास धर्म गार्जियन
जापान ग्राउंड सेल्फ डिफेंस फोर्स एवम भारतीय सेना के मध्य संयुक्त सैन्य अभ्यास धर्म गार्जियन का 5 वां संस्करण राजस्थान के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में शुरू हुआ हैं ।
प्रमुख बिंदु
- धर्म गार्जियन अभ्यास दोनो देशों के मध्य होने बाला एक वैकल्पिक अभ्यास हैं जिसमे दोनो देशों की तरफ़ से वर्तमान अभ्यास सत्र में 40 – 40 जवानों ने भाग लिया हैं।
- भारत की तरफ से इस अभ्यास का प्रतिनिधित्व राजपूताना राइफल्स कर रही हैं
- अभ्यास धर्म गार्जियन का उद्देश्य दोनो देशों के मध्य सैन्य सहयोग को बढ़ावा देना के साथ साथ संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अध्याय VII के तहत अर्ध शहरी वातावरण में संयुक्त अभियानों को बढ़ावा देना हैं
समाचार प्रकाशकों के लिए चार वेब पोर्टल लॉन्च किए गए
हाल ही में सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने समाचार प्रकाशकों के लिए चार वेब पोर्टल लॉन्च किए हैं जो कि News Papers और TV चैनल्स के लिए अधिक अनुकूल कारोबारी माहौल बनाए जाने के उद्देश्य से लॉन्च किए गए हैं
प्रमुख बिंदु
सरकार द्वारा जारी चार वेब पोर्टल के नाम प्रेस सेवा , स्थानीय केवल ऑपरेटर के लिए पंजीकरण, नेवीगेट भारत और सीबीसी हैं इन वेब पोर्टल का उद्देश्य भारतीय प्रेस के लिए पंजीकरण प्रणाली को सरल बनाना हैं , इन पोर्टल्स को लॉन्च होने के बाद अब केवल 60 दिन के अंदर नए समाचार पत्रों अथवा मैग्जीनों का पंजीकरण संभव हो सकेगा ।
जंगली सुअरो को वर्मिन घोषित करने का प्रस्ताव
हाल ही में केरल राज्य ने जंगली सूअर को वर्मिन घोषित करने के लिए केंद्र सरकार से अनुरोध किया हैं , राज्य का कहना हैं की जंगली सूअर राज्य की फसलों को नुकसान पहुंचाने के साथ साथ इंसान पर भी हमला कर देते हैं यदि इन्हें वर्मिन घोषित कर दिया जाए तो इन्हे मारने में आसानी होगी ।
हालांकि इससे पहले 2021 के भी केरल ने केंद्र सरकार से जंगली सूअर को वर्मिन घोषित करने की मांग की थी जिसे केंद्र सरकार ने अस्वीकार कर दिया था ।
नाम | वैज्ञानिक नाम |
---|---|
जंगली सूअर | एसएएस स्क्रोंफा |
वर्मिन क्या होता हैं ? daily current affairs
वर्मिन शब्द ऐसे पशु के लिए प्रयोग किया जाता हैं जो कि किसी क्षेत्र विशेष अथवा देश के लिए समस्या ग्रस्त जानवर बन गया हो जिसके कारण किसी क्षेत्र की फसल , आबादी , जन साधारण को हानि की संभावना हो ।
- वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की अनुसूची V में शामिल प्रजाति को वर्मिन घोषित किया गया हैं
- किसी जानवर को क्षेत्र विशेष में एक समयावधि के लिए वर्मिन घोषित किया जा सकता है
- केंद्र सरकार द्वारा हिमाचल प्रदेश में रीसस बंदर , उत्तराखंड में 2020 में जंगली सूअर और बिहार में 2015 में नीलगाय को वर्मिन घोषित किया गया हैं
2022 में किए गए एक अध्ययन के अनुसार जंगली सूअर न सिर्फ फसल को नुकसान पहुंचाते हैं बल्कि इनके द्वारा अचानक हमला कर देने के चलते काफी लोगों ने अपनी जान भी गवांई है।
MoEFCC नामक संस्था ने अपनी रिपोर्ट में वनों की कटाई और बाघ जैसे बड़े शिकारी पशुओं की जनसंख्या की वृद्धि के पीछे जंगली सूअर का हवाला दिया हैं ।
केवल आधारित सुदर्शन सेतु पुल का उद्धघाटन
भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के देवभूमि द्वारिका ज़िले में केबल आधारित सुदर्शन सेतु नामक पुल का उद्धघाटन किया है।
प्रमुख बिन्दु
यह केबल आधारित सुदर्शन सेतु पुल अरब सागर में स्थित बेयट द्वारिका द्वीप को मुख्य भूमि ओखा से जोड़ता है यह केबल आधारित देश का सबसे लंबा पुल है ।
सुदर्शन सेतु पुल के बारे में Current affairs
- सुदर्शन सेतु पुल की लंबाई 2.32 किलोमीटर हैं जिसकी लागत 979 करोड़ रुपए हैं
- इस पुल में 900 मीटर लंबा केवल आधारित हिस्सा हैं जबकि पुल तक पहुंचने हेतु 2.45 किलोमीटर लंबा सड़क मार्ग हैं
- इस पुल का पुराना नाम सिग्नेचर ब्रिज था जिसे अब बदलकर सुदर्शन सेतु पुल कर दिया गया है।
- इस पुल को अद्वितीय रुप से डिजाइन किया गया है जिसके दोनों तरफ श्रीमद् भागवत गीता के श्लोक एवं भगवान श्री कृष्ण की छवियां उकेरी गईं हैं।
अट्टुकल पोंगाला की शुरुआत
केरल के तिरुवनंतपुरम में स्थित प्रमुख अटुकल भगवती मंदिर में अट्टुकल पोंगाला नामक उत्सव की शुरुआत हो गयी है , यह एक दस दिवसीय त्यौहार हैं जिसमे महिलाओं द्वारा मिट्टी के वर्तन में चावल का भोजन बनाया जाता हैं जिसे अट्टुकल अम्मा (मंदिर देवी) को समर्पित किया जाता है।
प्रमुख बिंदु
- अट्टुकल पोंगाला को सबसे पहले 1997 में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल किया गया था जिसमें 1.5 मिलियन महिलाओं ने भाग लिया था
- सन 2009 में पुनः अट्टुकल पोंगाला को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया था क्योंकि इस बार रिकॉर्ड 2.5 मिलियन महिलाओं ने इस त्यौहार में भाग लिया था
- अट्टुकल अम्मा के मंदिर को महिलाओं के लिए सबरीमाला का मंदिर के नाम से भी जाना जाता है।
डिजिटल स्वास्थ्य प्लेटफार्म लांच किया गया
हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (W.H.O.) ने Digital Health Global initiative (GIHD) Program Launch किया हैं जिसका उद्देश्य देशों के मध्य ज्ञान और डिजिटल पहलों को साझा करना है।
GIHD के शुभारंभ पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया एवम संयुक्त राष्ट्र में भारत के प्रतिनिधि अरंदिम बागची ने सभा को संबोधित किया ।
प्रमुख बिंदु
- डिजिटल स्वास्थ्य पर पहली बार वैश्विक पहल 19 August 2023 को गांधीनगर में G 20 स्वास्थ्य मंत्रीस्तरीय बैठक के दौरान WHO के साथ मिलकर भारत सरकार ने शुरू की थी ।
- Digital Health Global Initiative (GIHD) का लक्ष्य आपसी जवाबदेही को मजबूत करते हुए वैश्विक डिजिटल स्वास्थ्य में हालिया और पिछले लाभ को समेकित करना और बढ़ाना और भविष्य के निवेशों के प्रभाव को बढ़ाते हुए डिजिटल स्वास्थ्य 2020 – 2025 पर वैश्विक रणनीति को लागू करने के लिए एक माध्यम के रूप में कार्य करना हैं
WHO के बारे में
WHO Full form – World Health Organization इसका गठन 7 अप्रैल 1948 को किया गया था और WHO की प्रथम बैठक 24 जुलाई 1948 को बुलाई गईं थी ।
WHO का आधिकारिक आदेश दुनिया भर में कमजोर लोगो की मदद करते हुए स्वास्थ्य और सुरक्षा को बढ़ावा देना हैं । WHO, विश्व स्वास्थ्य सभा (WHA) संचालित करता हैं जिसके 194 सदस्य देश हैं
हरे एनाकोंडा की नयी प्रजाति
वैज्ञानिकों ने हाल ही में अमेज़न के जंगलों में हरे एनाकोंडा की सबसे बड़ी एवं नयी प्रजाति का पता लगाया है इस प्रजाति की मादा 7 मीटर से लंबी एवं 250 किलोग्राम तक वजन वाली हो सकती हैं। हरे एनाकोंडा को प्रारम्भ से ही अमेज़न क सबसे दुर्लभ एवं रहस्यमयी जानवरों में से एक माना जाता हैं
प्रमुख बिंदु
- हरे एनाकोंडा दुनिया के सबसे दुर्लभ एवं सबसे लंबे सांपों में से एक है
- यह प्रजाति दक्षिण अमेरिकी नदियों एवं आर्द्रभूमियों में पाये जाने वाली प्रजाति है जो अपनी बिजली की गति, शिकार को दम घोंटने एवं उन्हें पूरा निगलने के लिए प्रसिद्ध हैं
- यह प्रजाति जहरीली नहीं होती है किंतु अपने बड़े एवं लचीले जबड़ों की मदद से शिकार को पकड़ने के बाद उन्हें निगल जाती हैं
- आधिकारिक रुप से अभी तक एनाकोंडा की चार प्रजातियों को मान्यता प्रदान की गयी है
एनाकोंडा की आवश्यकता
एनाकोंडा पर्यावरण परिवर्तन के प्रति अत्यधिक संवेदनशील है एक स्वस्थ एनाकोंडा आबादी प्रचुर खाद्य संसाधन एवं स्वच्छ जल के मध्य जीवंत पारिस्थितिकी तंत्र का संकेत प्रदान करता हैं , एनाकोंडा की घटती जनसंख्या पर्यावरणीय संकट का संकेत हो सकती हैं इसलिए एनाकोंडा की प्रजाति का सरंक्षण एवं उनकी निगरानी करना आवश्यक है।
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